Monday, April 29, 2024
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ग्रामीणांचलों में अग्नि सुरक्षा उपाय बताये गये

अजय पाण्डेय/महेश पाल
मड़ियाहूं, जौनपुर। अग्नि सुरक्षा सप्ताह के तहत जगह—जगह लोगों को जागरूक करने का कार्य निरन्तर चल रहा है। इसी क्रम में बुधवार को मड़ियाहूं में फायर सर्विस विभाग द्वारा अभियान चलाया गया। इस मौके पर लोगों को जागरूक करते हुये कहा कि गया कि गैस चूल्हे को हमेशा गैस सिलेण्डर से ऊँचाई पर रख कर खाना बनायें। गैस सिलेण्डर को सदैव खड़ा रखिये। समय-समय पर रबर पाईप चेक करे, बदलवा लें। गैस एजेन्सी से प्राप्त आई.एस.आई. मानक के रेगुलेटर एवं रबर पाईप का ही प्रयोग करें। एक ही रसोई में इलेक्ट्रिक हीटर व गैस चूल्हा का एक साथ प्रयोग न करें। खाना बनाते समय ढीले-ढाले कपड़े तथा सिन्थेटिक कपड़े न पहने, अपितु सूती कपड़े पहनें। गैस एजेन्सी से गैस खरीदते समय वाल्व चेक करवा लें अथवा वाल्व पर पानी डालकर लीकेज की स्वयं जाँच कर लें। कुकिंग गैस सिलेण्डर में तनिक भी लीकेज का आभास होने पर घर की सभी खिड़कियाँ खोल दें और जब तक कि घर का वायुमण्डल शुद्ध न हो जाये कोई भी विद्युत स्विच प्लग ऑन-ऑफ न करें तथा दियासलाई न जलायें। लोक करने वाले गैस सिलेण्डर को तुरन्त घर के बाहर खुले स्थान पर निकाल कर रख दें। रात्रि में सोने से पहले गैस सिलेण्डर का मेन वाल्व बन्द करना न भूलिए। गैस सिलेण्डर से आग लगने की स्थिति में किसी प्रकार गैस सिलेण्डर को खींचकर खुले स्थान में ले जाने का प्रयास करें। प्लास्टिक की बाल्टी से सिलेण्डर को ढक कर अथवा जूट के बोरे को पानी में भिगो कर झटके से मारकर, आग बुझायें। घर में हमेशा पानी का स्टोरेज बनाये रखें और यथासंभव फायर एक्सटिंग्युशर उपलब्ध रखें जिससे कि किसी अग्नि दुर्घटना के समय त्वरित कार्यवाही की जा सके। जलते हुए बचे बीड़ी के टुकड़े को पैर से कुचलकर तथा पूर्णरूप से बुझाकर फेंकिए। खलिहान, तालाब के निकट या अन्य पानी के साधनों के निकट स्थापित कीजिए। खलिहान के चारों ओर पानी के भरे घड़े व मिट्टी के ढेर उपलब्ध रखिये। खलिहान से कम से कम 100 फुट की दूरी पर खाना बनाइये या धूम्रपान कीजिए। खलिहान व मकान, रेलवे लाइन से कम से कम 100 फुट की दूरी पर बनाइए। चूलों के ईंधन की चिंगारियों व गरम राख को पूर्ण रूप से ठंडा करके फँकिए। रसोई घर की छत टीन से बनाइये, अगर फूस की बनाइये तो उसके अन्दर की ओर मिट्टी का लेप लगाइये। त्योहार पर आतिशबाजी का प्रयोग निवास स्थानों व खलिहानों से लगभग 500 फुट की दूरी पर कीजिए। लैम्प व पेट्रोमैक्स सुरक्षित स्थान पर रखिए या टांगिए। पी व तेल की आग को बालू या मिट्टी से ढककर बुझाइए। ग्राम के तालाब व पानी के निकट तक फायर ब्रिगेड की मशीनों व यंत्रों के पहुँचने का साधन बराबर बनाये रखिये। प्रत्येक कमरे के लिए एक स्वतंत्र सर्किट बनाएं। बिजली के उपकरणों को चालू हालत में अकेला न छोड़े। इस्तेमाल के बाद सभी उपकरणों के स्विच बन्द कर दें, प्लग निकाल दें, यह आग से सुरक्षा का सबसे अच्छा उपाय है। बिजली का स्विच तथा फ्यूज सही क्षमता का लगाये। भारतीय मानक संस्थान (आई.एस.आई.) के उपकरणों का सदैव प्रयोग करें।
लोगों ने बताया कि आग लगने पर फायर स्टेशन/निकटवर्ती थाने को सूचित करें। आग लगने पर निम्नलिखित फोन नम्बरों पर सूचित करें। फायर स्टेशन, जौनपुर 05452-269999, 101, 9454418612। इस अवसर पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह के अलावा फायर ब्रिगेड मड़ियाहूं प्रभारी रवि प्रकाश, आरक्षी फायरमैन राम आसरे, सजीत सिंह, चंद्र प्रकाश मिश्र, नरेंद्र सिंह, आशीष कुमार आदि सम्बन्धित लोग उपस्थित रहे।

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