अजय पाण्डेय
जौनपुर। नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ताड़तल्ला मोहल्ले में स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर के प्रांगण में पंच कुंडीय शतचंडी महायज्ञ 19 जून से प्रारंभ होने जा रहा है जिसके प्रमुख यज्ञाचार्य आचार्य रविंद्र द्विवेदी हैं। प्रतिदिन संगीतमय रामचरितमानस का पाठ एवं राम कथा करने के लिए राघव दास जी महाराज व्यास गद्दी पर आसीन होंगे। यह पंच कुंडीय महायज्ञ 19 से 27 जून तक आदि गंगा गोमती के तट पर संपादित किया जाएगा। नगरवासियों से अपील करते हुए सुभाष चंद दुबे, राम अभिलाख दुबे एवं यज्ञ आचार्य रविंद्र द्विवेदी के साथ विंध्यवासिनी मंदिर के प्रमुख पुजारी रविंद्र शुक्ला, योगिराज पागल बाबा ने कहा कि पंचकुंडीय महायज्ञ में उपस्थित होकर यज्ञ भाग के भागीदार बने एवं राम कथा का श्रवण कर अपने पाप से मुक्ति और पूर्ण को संचित करें।
आचार्य रविंद्र द्विवेदी ने बताया कि 2023 फागुन मास से अनवरत 21 कुंडीय पंचमुखी हनुमत महायज्ञ के पश्चात कई स्थानों पर सतचंडी सहित अन्य यज्ञ किया गया और यह यज्ञ अपने हिंदुस्थान के गौरव को सुरक्षित एवं हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना को लेकर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह शतचंडी पंचकुंडीय 19 जून से माता विंध्यवासिनी के समक्ष आदि गंगा गोमती तट पर यह कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया है। इसके लिए विद्वान ब्राह्मणों द्वारा 31 मई को भूमि पूजन अर्पणा पीठ के पीठाधीश्वर योगिराज पागल बाबा ने संकल्प लेकर किया है। यज्ञाचार्य ने बताया कि 19 जून को प्रातः 8 बजे से कलश यात्रा का आयोजन किया गया है जिसमें माताओं एवं बहनों को पीला वस्त्र धारण करके आना है और कलश यहां आयोजन कमेटी द्वारा दिया जाएगा। इसमें व्यास गद्दी पर आसीन राघव दास जी महाराज द्वारा संगीतमयी राम कथा होगा।