एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार जारी, एसडीएम व नाजिर के स्थानान्तरण की उठी आवाज
अधिवक्ताओं के एकजुट होने से एसडीएम की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। स्थानीय तहसील बार में सोमवार को बैठक अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कुंवर बहादुर यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जो अधिवक्ता एसडीएम के चेंबर या न्यायालय में जाता है, उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए कारण बताओ नोटिस व सही पाये जाने पर बार की सदस्यता से वंचित कर दिया जायेगा। एसडीएम द्वारा जो आश्वासन दिया गया था, उसे पूरा नहीं किया गया।
अधिवक्ताओं पर किया गया मुकदमा वापस नहीं कराया गया। साथ ही जबरदस्ती न्यायालय में बैठकर एक पक्षीय निर्णय किया जा रहा है जिससे वादकारियों का अहित होने के साथ ही पत्रावली से वकालतनामा निकलवाया दिया जा रहा है। इसमें पूरे अधिवक्ता समाज का अपमान है। ऐसी स्थिति में ऐसे अधिकारी के साथ काम करना संभव नहीं है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अधिवक्ताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने तथा एसडीएम नेहा मिश्रा और नायब नाजिर फतेह बहादुर यादव के स्थानांतरण के बाद ही एसडीएम कोर्ट न्यायिक कार्य किया जाना संभव है। अधिवक्ताओं के एकजुट होने से एसडीएम की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंवर बहादुर यादव और महामंत्री उदयराज कन्नौजिया ने बताया कि तहसीलदार कोर्ट और तीनों नायब तहसीलदार कोर्ट में न्यायिक कार्यों का सभी अधिवक्ता सहयोग करेंगे। बैठक में शारदा प्रसाद बादल, राजमणि यादव, महेन्द्र शंकर पाण्डेय सहित सभी वरिष्ठ और जूनियर अधिवक्ता मौजूद रहे।