श्यामधनी यादव
पराऊगंज, जौनपुर। सभी लोगों को गृहस्थ आश्रम में रहते हुए परमात्मा के आदेश द्वारा अपने कार्य को करते हुए परमात्मा का ध्यान रखना चाहिए। श्रद्धा और समर्पण से भगवान की प्राप्ति होती है। उक्त बातें परम पूज्य स्वामी अड़गड़ानंद महाराज जी के आशीर्वाद स्वरुप स्वामी नारद महाराज जी ने पराऊगंज मथुरापुर आगमन पर कहा।
पराऊगंज समीप मथुरापुर में मंगलवार को डॉ रामसिंह यादव के स्वामी सामर्थ आरोग्य निकेतन में आयोजित दो दिवसीय गीता पाठ के समापन पर स्वामी नारद महाराज का आगमन हुआ। महाराज ने अपनी अमृत वर्षा से उपस्थित भक्तों को कृतार्थ किया।
उन्होंने गीता का उपदेश देते हुए बताया कि गीता मनुष्य को कर्म के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करती है। श्रद्धा विश्वास रूपी संतों के सागर से सत्मार्ग की प्राप्ति होती है और यही उत्तम मार्ग है। प्रभु भगवान कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश देते हुए कहा कि सृष्टि में न कोई मेरा प्रिय है और न ही कोई अप्रिय है। मेरा अनन्य भक्त है, मैं उसमें निहित हूं। मेरे भक्तों का तीनों काल में विनाश नहीं होता। स्वामी जी ने बताया कि दु:ख का अंत और सुख की प्राप्ति परमात्मा के साधना द्वारा प्राप्त होती है। जीवन में सद्गुरु के प्रति श्रद्धा और विश्वास लाना चाहिए। वहीं जीवन में सत्मार्ग का दिशा निर्देशन करते हैं।
इस अवसर पर अच्छे लाल उपाध्याय, डॉ रामसिंह यादव, अमित यादव, धर्मेंद्र यादव, प्यारी देवी, शशिकला यादव, अवन्तिका यादव, अन्तिका यादव, पूर्व प्रधान अशोक यादव, मानिका यादव, अध्यापक अर्जुन यादव, राज बहादुर सिंह, इंद्रजीत यादव, दिनेश यादव, चिंटू सिंह, गिरीश यादव सहित तमाम भक्तगण उपस्थित रहे। स्वामी जी के जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। कार्यक्रम की समाप्ति पर भव्य भंडारे का आयोजन भी किया गया।