Monday, April 29, 2024
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दिल का दुश्मन उच्च ररक्तचाप: डा. हरेन्द्रदेव

शुभांशू जासयवाल
जौनपुर। आज पूरी दुनिया में ब्लड प्रेशर से होने वाली दुश्वारियों एवंमौतों के मद्देनजर पूरा विश्व इस बीमारी के नियन्त्रण एवंइलाज के लिए प्रयास कर रहा है। ब्लड प्रेसर की बीमारी दबे पांव आपके शरीर में होती हैं एवं लम्बे समय तक बिना किसी लक्षण के शरीर के गुर्दे, आँख, दिल, ब्रेन को खराब कर देती है, इसीलिए इसको साइलेन्ट किलर भी कहते हैं। उक्त बातें जनपद के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. हरेन्द्रदेव सिंह ने कही।
उन्होंने आगे कहा कि हिन्दुस्तान में अनुमानतः 34—37 प्रतिशत लोगों को उच्च रक्तचाप है। पूरे विश्व में उच्च रक्तचाप से करोड़ों की संख्या में मौते होती हैं। 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पूरा विश्व जागरूकता अभियान के रूप में मना रहा है।
लक्षण के बारे में उन्होंने बताया कि यदि आप 30 साल से अधिक हैं एवं निम्न लक्षण महसूस करते हैं तो सावधान हो जायं। आपको उच्च रक्त चाप बीमारी हो सकती है। सर का भारी होना, शरीर में अकड़न रहना, नींद न आना, चिड़चिड़ापन तथा काम के प्रति अरूचि। धीरे-धीरे ये लक्षण आँख की रोशनी कम होना, शरीर में सूजन आना साँस फूलना, पक्षघात का होना, हाथ पैर का सुन्न रहना।
अंग क्षतिग्रस्त होने का कारण बताते हुये उन्होंने कहा कि ब्लड प्रेशर यदि 130/90 से अधिक है तो मान लीजिये कि आपका दिल अधिक ताकत के रक्त को वाहिनियों में फेंकना पड़ता है जो उन रक्त वाहिनियों में सूजन एवं चोट पहुँचाकर सकरा बनाता है। इसे एथरेस्क्लेरोशिश कहते हैं जो शरीर के विभिन्न अंगो को निष्क्रियता की तरफ ले जाने लगते हैं।
उच्च रक्तचाप के कारक के बारे में बताया कि बढ़ती उम्र, तनावपूर्ण जीवन शैली, मोटापा, धूम्रपान, दोहरापान तथा मदिरापान, मधुमेह, अधिकाधिक नमक, तेल एवं वनस्पति (डालडा) का सेवन है।
उपचार पर चर्चा करते हुये श्री सिंह ने कहा कि आपका ब्लड प्रेशर 130/90 से अधिक रहता है और उसके लक्षण आपमें हैं। आप तुरन्त चिकित्सक से परामर्श लें एवम् दवाइयों का सेवन कीजिए। दवा का निर्धारण आप स्वयं न करें, ब्लड प्रेशर की गोली रोज खाएं एवं नियमित ब्लड प्रेशर चेक करवाएं।
इतनी सावधानी जागरूकता से आपके शरीर को कोई नुकसान नहीं होगा एवं स्वास्थ्य लाभ एवं दीर्घायु बने रहेंगे। अन्यथा पैर काटना, हार्ट अटैक होना, ब्रेन हैमरेज, लकवा मारना, गुर्दा फेल होना ये सब उच्च रक्तचाप का परिणाम होता है। ब्लड प्रेशर की गोलियां लगातार खाने से शरीर का कोई नुकसान नहीं होता सिर्फ लाभ होता है।
इस अवसर पर डा० मधु शारदा, डा० राबिन सिंह, डा० कासिब, डा० अमन गुप्ता, डा० राकेश मौर्य, मैनेजर गगनेन्द्र सिंह, सुजित सिंह, सुमन सिंह, सिस्टोपिक लैबोरेटरीज के भरत कुमार, दीपक कुमार, रवि, देवेश गुप्ता आदि उपस्थित थे। जागरूकता कार्यक्रम का संयोजन डायरेक्टर श्रीमती सुमन ने किया।

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