Monday, April 29, 2024
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किसानों की फीकी पड़ी होली

किसान सम्मान निधि की बाट जोह रहे किसानो की आशाओं के साथ हुआ धोखा
नि:शुल्क गैस सिलेण्डर के बाद 12वीं व 13वीं किस्त न आने से किसान हुये हताश
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। सरकार किसानों व जरूरतमंद लोगों के लिए कई लाभकारी घोषणाएं देने का कार्य कर रही है परंतु क्या सभी घोषणाएं किसानो तक पहुंच पाती हैं? किसानों की बेहतरी के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च तो कर रही है परंतु क्या सभी मद किसानों तक पहुंच पा रहे हैं, यह सवाल तो खुद किसान भी पूछता है।
गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना के तहत किसान सम्मान निधि के नाम पर मिलने वाली राशि किसानों तक आसानी से पहुंच रही थी।किसान सम्मान निधि की 12 किस्त के लिए किसानो को ईकेवाईसी करवाना अनिवार्य कर दिया गया जिस कारण सीएससी सेंटर समेत बैंको शाखो पर ई केवाईसी सबमिट करने को लेकर होड़ लग गई। इस दौरान केराकत क्षेत्र के कुछ लोगों की 12वीं किस्त रुक गई तो किसान अगली किस्त में रुकी धनराशि के आने का बाट जोहने लगे अब जब सरकार होली पर किसान सम्मान निधि देने की घोषणा की तो किसानो के चेहरे खुशी से खिल उठे। जो किसान रुकी हुई राशि व आने राशि का इंतजार कर रहे थे, उनके खातों में इस बार भी खाते में राशि न आने से चेहरे पर मायूसी छा गई।
क्या किसानों की बेहतरी के लिए उठाए गए कदम किसानों तक अधिकारी नहीं पहुंचा पा रहे हैं? या सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है? किसानों के बेहतरी के लिए चलाए जा रहे अच्छे व सम्मान जनक कार्य में अधिकारी पतीला लगाने पर तुले हुए हैं। आखिर इसकी जवाबदेही किसकी होगी?
वहीं गत वर्ष क्षेत्र में किसानों व जरुरत मंद लोगों को त्योहार पर ये आशाएं व आश्वाशन दी गईं की होली व दिवाली पर हर उज्वला लाभार्थियों को एक एक सिलेंडर निशुल्क दिया जाएगा। यह शब्द तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह के रहे। जब वे थानागद्दी किसान इंटर कालेज के प्रांगण में चुनावी सभा कर रहे थे। अब ऐसे जिम्मेदार पद के मंत्री के चुनावी आश्वाशन से क्षेत्रवासियों में भी काफी निराशा देखने को मिल रही है।

 

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