अजय पाण्डेय
जौनपुर। विकास खण्ड करंजाकला अंतर्गत हरखमलपुर बबुरिहा में श्री मद भागवत कथा विगत दो दिन से चल रहा है। ब्यास गद्दी पर विराजमान कथा वाचक विमलांशू जी महराज ने कहा कि यदि नारायण को प्रसन्न कर लिया तो लक्ष्मी जी स्वयं चली आयेंगी परन्तु हम लोग लक्ष्मी गणेश की पूजा करते हैं जबकि किसी का पुत्र और किसी की पत्नी कारण कोई नहीं समझता उसे बताते हुए कहा कि सिद्धिविनायक, दुःखहरता को स्थापित कर शुद्धता और शांति स्थापित करने के पश्चात ही लक्ष्मी जी का पूजन कर प्रसन्न करता है, इसलिए घर में कन्या से लेकर पत्नी, माता सभी लक्ष्मी स्वरूप को ही मानकर उन्हें सम्मान व पूजन किया जाए तो माता लक्ष्मी स्वतः प्रसन्न रहेगी।
कथा वाचक ने बताया कि संसार में कोई किसी को न दुःख दे सकता है और न ही सुख दे सकता है। वह सिर्फ श्री नारायण अर्थात श्री विष्णु जी ही कर सकते हैं, इसलिए हमें श्री हरि का ही भजन करना चाहिए। श्री महराज जी ने ब्यास गद्दी से धुंधकारी एवं गोकरन जी की कथा कही। आयोजक अशोक पाण्डेय ने बताया कि 20 अप्रैल को कथा का समापन होगा। यज्ञ के पश्चात भव्य विशाल भंडारे के साथ पूर्णाहुति होगी।
इस अवसर पर आयोजक मंडल अध्यक्ष अशोक पाण्डेय, त्रिलोकी प्रसाद त्रिपाठी अमीन, ओमकार सिंह, कंचन सिंह, रामजस मिश्र, हरिनाथ पाण्डेय, लच्छी राम यादव नेता सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।