- मुख्यमंत्री के आदेशों का जिला प्रशासन का कर रहा उपेक्षा
- धार्मिक अनुष्ठान के प्रति उपेक्षित रवैया बर्दाश्त नहीं
जौनपुर। श्री दुर्गा पूजा महासमिति जौनपुर के प्रधान कार्यालय नवदुर्गा शिव मंदिर नखास विसर्जन घाट परिसर पर पत्रकारों से बात करते हुए महासमिति के अध्यक्ष अनिल अस्थाना ने आगामी 15 अक्टूबर से प्रारंभ होने जा रहे भव्य मां दुर्गा पूजनोत्सव के विराट स्वरूप को देखते हुए जनपद की सड़कों गलियों की खस्ता हालत पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एक माह पूर्व जिला प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से शहर के मुख्य मार्ग पर अमृत पेयजल योजना के तहत खोदे गए बड़े-बड़े गढ़ों को तुरंत दुरुस्त करने एवं आगामी दिनों से आरंभ होने जा रहे शारदीय नवरात्रि तक मुख्य मार्गों पर कार्य रोकने का अनुरोध किया गया था लेकिन जिला प्रशासन अपना आइडल रूप अपने हुए हैं। देखा जा रहा है कि जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे खोदकर छोड़े जा रहे हैं। साथ ही पूर्व में खोदकर छोड़ा गया गड्ढों को अभी तक पाटा भी नहीं जा रहा है जिससे 10 अक्टूबर से पूर्व पूजन पंडाल तक मां की प्रतिमा को ले जाने में कोई बड़ी अनहोनी घटना की पूर्ण संभावना है। इससे आमजन की भावनाएं भड़क सकती हैं जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। श्री अस्थाना ने चेतावनी दी कि यदि 10 अक्टूबर से पहले गड्ढो को पाठ नहीं दिया गया और मार्ग को सुचारू रूप से संचालित नहीं किया गया तो महासमिति के साथ इससे जुड़ी अन्य समितियां भी सड़कों पर उतरने को बाध्य हो जायेंगी।
विशिष्ट सदस्य मोती लाल यादव, विजय सिंह बागी, उपाध्यक्ष विजय रघुवंशी एवं मनीष देव ने जिला प्रशासन के उपेक्षात्मक रवैये की निंदा करते हुए कहा कि जर्जर सड़कों एवं बड़े-बड़े गड्ढों के कारण मां की प्रतिमा के खंडित होने की दशा में जनपद की भावनाएं भड़क सकती हैं जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। महासचिव राहुल देव एडवोकेट ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशों की जिला प्रशासन घोर उपेक्षा कर रहा है जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का आदेश है कि शारदीय नवरात्र के पूर्व सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया जाए। इस मौके पर महासमिति के समस्त पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।