अजय विश्वकर्मा
सरायख्वाजा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के गिरधरपुर गांव में दिवाली पर्व पर लगने वाला एतिहासिक भेलहिया मेला सोमवार को समाप्त हुआ। मेला में समाजसेवियों द्वारा नि:शुल्क पेयजल की व्यवस्था की गई। लोगों के अनुसार मेला की मान्यता है कि भेल का रस पीने से कई गंभीर बीमारियों से निजात मिलती है। दिवाली के पर्व पर लगने वाला ऐतिहासिक भेलहिया मेला के अंतिम दिन गांव का मेला लगता है। मेला के अंतिम दिन गिरधरपुर गांव से सेट पतहना औराही, त्रिलोचनपुर, काफरपुर समेत दर्जनों गांव से सैकड़ों की संख्या में लोगों ने मेला में भाग लिया। ऐतिहासिक भेलहिया की मान्यता है। भेल के रस का सेवन करने के बाद गिरधरपुर में स्थित राउर बाबा मजार व भुनगा देवी मंदिर में दर्शन पूजन करने से परिवार में सुख समृद्धी आती है।
मेला में समाजसेवी विनय कुमार व विशाल विश्वकर्मा द्वारा नि:शुल्क पेयजल के साथ साथ समाजसेवी व पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि करंजाकला ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सुनील यादव ने निशुल्क पेयजल का शुभारंभ किया। साथ ही कहा कि युवा साथियों द्वारा नि:शुल्क पेयजल की व्यवस्था बहुत सराहनीय कार्य है। नि:शुल्क पेयजल के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का यह एक बहुत ही शानदार पहल है। हम सभी को जहां भी अवसर मिले, इस तरह के पुनित कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लें। कार्यक्रम की अगली कड़ी में मुख्य अतिथि ने मेला में मौजूद सभी पत्रकार को पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम आयोजक विनय कुमार ने बताया कि हर्ष की भांति इस वर्ष भी नि:शुल्क पेयजल की व्यवस्था की गई थी जहां सैकड़ों लोगों ने प्यास बुझाई। कार्यक्रम के निर्देशक विशाल विश्वकर्मा ने बताया कि मेला में समाज के हित में कार्य करने वालों को मुख्य अतिथि द्वारा उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सोशल स्टडी के निर्देशक रामसागर विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर गिरधरपुर ग्राम प्रधान अयाज शेख, औरही ग्राम प्रधान बेचू यादव, सम्पादक स्वदेश कुमार, डा. अनिल, विनोद भारती, सुरेश शर्मा, राजेश गौतम, संजीव मिश्रा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।