Monday, April 29, 2024
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भाषा की कलायें जीविका का सशक्त माध्यम: प्रो. संजीव

  • कुटीर पीजी कॉलेज में गोष्ठी आयोजित

श्यामधनी यादव
पराऊगंज, जौनपुर। कुटीर पीजी कॉलेज चक्के में कला परिषद के उद्घाटन अवसर पर जीवन और जीविका के लिये हिन्दी कलाएं पर गोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि प्रो. संजीव कुमार दूबे गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष, डीन व परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि भाषा की कलाएं जीविका का सशक्त माध्यम है।

कला परिषद अपने आप में एक परिकल्पना है। जीवन एवं जीविका को रेखांकित करते हुए कहा कि कला ही संस्कृति का निर्माण करती है। सदियों वर्ष पूर्व में जो श्रेष्ठ साधनायें थी वहीं हमारी संस्कृति कला हैं। आत्मा कौशल और संस्कृति हमारी अभिव्यक्ति है। संस्थापक जी को स्मरण करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सर्वोदय एवं उनकी प्रेरणा का आधार स्तंभ है कुटीर संस्थान।

भाषा का उद्योग बहुत बड़ा उद्योग है। आपने नृत्य कला, चित्रकला, कविता लिखना व वाचन करने की विविध शैलियों से परिचय कराते हुए उनमें उपलब्ध अवसरों की चर्चा छात्र एवं छात्राओं से किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने स्वागत करते हुए कला परिषद को विद्यार्थियों के लिये एक सुअवसर बताया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनुज कुमार शुक्ल ने किया। इस अवसर पर बहुधंधी इंटर कॉलेज के प्रबंधक पंकज शुक्ला, पूनम सिंह, रंजीत कुमार, योगेश कुमार, रविशंकर, विज्ञान संकाय डॉ. देवेश सिंह, वाचस्पति त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रियंका उपाध्याय ने किया।

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