Monday, April 29, 2024
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रीढ़ की हड्डी की बीमारी दूर करता है लोलक आसन: जयसिंह

योग सप्ताह के दूसरे दिन विद्यार्थियों ने बढ़—चढ़कर लिया हिस्सा
अजय विश्वकर्मा/विरेन्द्र यादव
सिद्दीकपुर, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन परिसर में विश्वविद्यालय की ओर से शुक्रवार को मुख्य प्रशिक्षक जयसिंह गहलोत एवं सहायक प्रशिक्षक विकास सिंह ने योग के कई अभ्यास कराया जहां योगाभ्यास में विद्यार्थियों ने बढ़—चढ़कर हिस्सा लिया। योगाभ्यास में लोलक आसन कराया गया। इससे मांसपेशियों को गर्म करना, रीढ़ की हड्डी में लचक बढ़ाना और शरीर के संतुलन में ‘सुधार किया जा सकता है। इसके बाद कोण आसन कराया गया। यह रीढ़ की हड्डी और शरीर के दोनों पार्श्वों को तानता है। उदर के अंगों, भुजाओं और टाँगों की माँसपेशियों की टोनिंग करता है।
कोण आसन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये कहा कि इससे रीढ़ की हड्डी और शरीर के दोनों ओर की मांसपेशियों को संतुलित करता है। बाजू टांगों और पेट के अंगों की टोनिंग करता है। इसी क्रम में कटि चक्र आसन, हस्तपाद आसन, उत्कट आसन, बंधकोणासन, कपाल भाति, योग निद्रा का अभ्यास कराया गया।
इस अवसर पर प्रो अजय द्विवेदी, डॉ मनोज पाण्डेय, डॉ विवेक पाण्डेय, डॉ पुनीत सिंह, डॉ विनय वर्मा, मदन मोहन भट्ट, संतोष यादव, राजेंद्र प्रताप सिंह, राजन गुप्ता, रजनीश सिंह समेत करीब 156 विद्यार्थियों, कर्मचारियों, परिजनों एवं सुरक्षा कर्मियों ने प्रतिभाग किया।

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