जौनपुर। नगर के मोहल्ला मख़्दूम शाह अढहन के रौज़े वाली मस्जिद में शेख़ रियाज़ुल हसन की मजलिस को आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी ने मजलिसे तरहीम को खिताब किया। उन्होंने कहा कि इन्सान हर तरह से बुलन्दी चाहता है। इन्सान के अहंकार को सिर्फ अल्लाह के सजदों से ही ख़त्म किया जा सकता है। नमाज़ खास तौर जमात से नमाज़ हर गरीब अमीर मुसलमानों को एक सफ में लाकर खड़ा कर देती है।
मजलिस में मौलाना यासूब अब्बास ने हज़रत इमाम हुसैन के जवान बेटे हज़रत अली अकबर के मसायब पढ़े। उनकी शहादत का ज़िक्र सुनकर मजलिस में मौजूद तमाम मोमेनीन की आंखें भर गयीं। मजलिस में सैय्यद गौहर अली ज़ैदी ने सोज़खानी की तो हसन फतेहपुरी, तनवीर जौनपुरी, मुन्तज़िर जौनपुरी ने अपने कलाम पेश किये। मजलिस का संचालन बिलाल हसनैन ने किया।
अन्त में मरहूम शेख़ रियाज़ुल हसन के पुत्र दिलशाद शेख़ ने मजलिस में आए लोगों के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर मास्टर शौकत हुसैन, मौलाना सैय्यद आबिद रज़ा रिज़वी मोहम्मदाबादी, मौलाना शने आलम, मौलाना एस सलमान अली, वसीम हैदर, डा. राहिल, मोहम्मद अमीर रज़ा, नासिर रज़ा, नईम हैदर, सैय्यद असलम नक़्वी, अकील हैदर, शेख़ नियाज़ हैदर, अब्बास हैदर, सैफ हैदर, आदिल अब्बास आदि मौजूद थे।