Sunday, April 28, 2024
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कुटीर पीजी कॉलेज में पुरातन छात्र सम्मेलन का हुआ आयोजन

श्यामधनी यादव
पराऊगंज, जौनपुर। कुटीर पीजी कॉलेज चक्के में शुक्रवार को पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित अभयजीत दुबे स्मृति सभागार में हुआ। स्वर्ण जयंती वर्ष कार्यक्रम श्रृंखलांतर्गत आयोजित सम्मेलन में महाविद्यालय के स्थापना वर्ष 1971 से 1985 बैच तक के पुरातन छात्रों के साथ प्रबंधक तथा प्राचार्य ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित हुआ। प्रथम सत्र में वर्ष 1973 से 2022 तक पूरा छात्रों को स्मृति चिन्ह तथा खादी का अंगवस्त्र एवं झोला देकर सम्मानित किया गया। द्वितीय सत्र में महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राचार्य, शिक्षक भी उपस्थित रहे जिसे पुरातन शिक्षक छात्र समागम नाम दिया गया। कार्यक्रम में संस्थान के पुरा छात्र रहे प्रो. डीडी दुबे पूर्व संकायाध्यक्ष, त्रिवेणी सिंह सेवानिवृत्त आईआरएस, राजदेव यादव पूर्व प्रधानाचार्य, ओपी भारती रिटायर्ड महाप्रबंधक भारतीय खाद्य निगम, दयाशंकर यादव पूर्व डिविजनल इंजीनियर बीएसएनएल, रमाकांत पांडेय आदर्श किसान, उदय प्रताप सिंह सचिव गोरखपुर विकास प्राधिकरण, शरद मिश्र सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी, डॉ. जय प्रकाश पांडे वरिष्ठ वैज्ञानिक सीएसआरटीआई, ब्रिजलेस नागर वरिष्ठ वैज्ञानिक बीएआरसी, डॉ. रीता प्रधानाध्यापिका, डॉ. गिरीश कुमार प्रधानाध्यापक, शंभू यादव अध्यापक ने अपनी स्मृतियों को भावुकता के साथ साझा किया। सभी ने ग्रामीण क्षेत्र के इस महाविद्यालय को साधनहीन समाज के लिये वरदान बताया। उद्बोधन में बार बार लोगों ने संस्थापक जी के इस महान त्याग की प्रशंसा की और उनकी स्मृतियों का आत्मीय उल्लेख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। संस्थापक की स्मृति स्थल पर चरखा चलाया जा रहा था जो आकर्षण का केंद्र था, जहां पूर्व छात्रों ने अपनी सेल्फी और फोटो भी पुराने चरखे के साथ खिंचवाई। कार्यक्रम में पूर्व प्राचार्य प्रो. श्याम नारायण मिश्र सहित अन्य पूर्व शिक्षकों की उपस्थिति मिलन का अद्भुत संयोग बना रही थी। रसायन विज्ञान पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. जगत नारायण ने कहा कि यह वास्तव में प्रणाम आशीर्वाद समारोह लग रहा है। पूरा कार्यक्रम सांस्कृतिक कार्यक्रम से भरपूर रहा जिसका प्रदर्शन भी पूर्व छात्राओं द्वारा किया गया। महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. अजयेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि पूर्व छात्र ही संस्थान का सही मूल्यांकन कर सकते हैं और वर्तमान पीढ़ी के छात्रों के लिए आदर्श भी हैं। प्राचार्य डॉ. रमेश मणि त्रिपाठी ने पूर्व छात्रों से अपील किया कि किसी भी रूप में आपका संस्था से जुड़ा रहना महाविद्यालय के प्रगति और वर्तमान छात्रों के भविष्य के लिए एक सार्थक सहयोग होगा। उन्होंने पूर्व छात्रों के उत्साह को देखते हुए कहा कि कक्षा और महाविद्यालय के अनुशासन की सीमा से मुक्त आत्मीय मिलन आज अलौकिक आनंद की प्राप्ति करा रहा है। हर्ष से भरे अनेक पूर्व छात्रों ने संस्थान में अध्यनरत विद्यार्थियों के हित में आर्थिक सहयोग की घोषणा की तथा यह भी आश्वस्त किया कि उनके कार्य अथवा क्षेत्र में महाविद्यालय के किसी छात्र को कोई असुविधा नहीं होगी। कार्यक्रम का संयोजन पुरा छात्र पंकज भूषण मिश्र, संजय सिंह गौतम, कृष्णकांत मधुकर सहित समिति ने किया। आभार प्रो. राघवेंद्र पांडेय तथा संचालन डॉ. छवि गुप्ता ने व्यक्त किया।

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