जंगीपुर कला में आयोजित हुआ श्रद्धांजलि समारोह
विरेन्द्र यादव
सरायख्वाजा, जौनपुर। मृत्यु भोज समाज में फैली कुरीति समाज के लिए अभिशाप है। इसका बहिष्कार होना चाहिए। करंजाकला ब्लाक के जंगीपुर कला ग्राम प्रधान बृजनाथ यादव ने अपने भाई की मृत्यु के बाद श्रद्धांजलि समारोह में किया।
जंगीपुर कला प्रधान बृजनाथ यादव ने कहा कि मृत्यु भोज फिजूल खर्ची का जरिया है। इससे लोगों को बचना चाहिए। बचे पैसे से समाज में लोगों की मदद करें। दूधनाथ यादव कहा कि रूढ़ीवादी को समूल नष्ट करने के लिए समाज संगठन को संकल्प लेना जरूरी है। मृत्यु भोज उन्मूलन एवं समाज हित है। जंग बहादुर यादव ने कहा कि पहले गंगा के पवित्र जल को घर में पवित्र किया जाता है। अगले दिन त्रयोदशी पर 13 ब्राह्मणों, पूज्यजनों, रिश्तेदारों और समाज के लोगों को सामूहिक रूप से भोजन कराना गलत है। पंकज ने बताया कि इतना खर्चीला हो गया कि कई दुखी गरीब परिवारों को इसके कारण कमर टूट जाती है। वह कर्ज के तले दब जाते हैं। नागेश्वर यादव अध्यापक ने बताया कि गीता में श्रीकृष्ण भगवान ने कहा है कि आत्मा अजर—अमर है। आत्मा का नाश नहीं हो सकता। केवल युगों—युगों तक शरीर बदलती है। दिवाकर ने कहा कि मृत्यु भोज नहीं खाना चाहिए।
श्रद्धांजलि सभा में विजयी यादव, अजय कुमार, नन्हे यादव, मुनि लाल यादव अध्यापक, मकरू यादव, उमाशंकर यादव, बीरेंद्र यादव, धीरज, राहुल, नीरज, अजीत यादव, शरद यादव, शैलेंद्र आदि उपस्थित रहे। इस दौरान लोगों को मृतक भोज न करने की शपथ भी दिलाई गई। प्रधान बृजनाथ यादव ने बताया कि यह प्रेरणा समाज में सुधार का पहल होता है।