Monday, April 29, 2024
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आवारा पशुओं के आतंक से लोग परेशान, प्रशासन व अधिकारी मौन

एसडीएम, बीडीओ व ग्राम सचिव को पत्रक भेजकर लगायी थी गुहार
आवारा पशु कई लोगों पर जानलेवा हमला करके कर चुके हैं घायल
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में इन दिनों छुट्टा मवेशियों को लेकर हर कोई परेशान दिख रहा है। छुट्टा मवेशियों से बची फसल को किसान तो काटकर रख लिया परंतु छुट्टा मवेशी चिलचिलाती धूप में अपनी प्यास बुझाने के लिए गांवो के अंदर का रुख कर रहे है। चिलचिलाती धूप व गर्मी की बढ़त से छुट्टा मवेशीयों में बौखलाहट काफी दिख रही है जिससे आये दिन सांडों व गायों द्वारा ग्रामीणों को दौड़ाते व मारते देखा जा रहा है। अकेले सरायबीरु ग्राम में मवेशियों द्वारा लगभग आधा दर्जन लोगों को घायल कर चुका है। आवारा छुट्टा पशुओं की संख्या क्षेत्र में काफी हद तक बढ़ गयी है जहाँ तहां पशुओं को देखा जा रहा है। सड़कों पर विराजमान दिखाई पड़ते हैं। किसी के गल्ले की दुकान में घुसते तो किसी सब्जी विक्रेता के दुकान पर धाबा बोलते दिख रहे हैं। पशुओं के हमलों से ग्रामीण काफी आहत में हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पशुपालन विभाग, तहसील प्रशासन व विकास खण्ड को पत्रक के माध्यम से अवगत कराया गया पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
सरायबीरू निवासी सत्यवान गुप्ता ने बताया कि गांव में एक आवारा पशु उग्र हो चुका गया है जो कई लोगो को घायल कर चुका है। कुछ दिन पहले हमे भी घायल कर चुका है जिससे मेरी दो हड्डी फैक्चर हो गई थी जिस कारण दो महीने तक हमको बेड रेस्ट होना पड़ा। आवारा पशु की शिकायत की गई थी साथ ही मैं अधिकारियो ने निवेदन करता हूं कि छुट्टा घूम रहे पशुओं को पकड़कर गौशाला भेजने की कृपा करें।
सरायबीरू निवासी सुधाकर सिंह ने बताया कि आवारा छुट्टा पशुओं से हम लोग इतना त्रस्त है कि आये दिन घर के बाहर व खेत खालियानों में फसलों को क्षती पहुंचने के साथ मानव क्षति भी पहुंचा रहे हैं। इसके पहले मेरे भाई को भी छुट्टा पशु जानलेवा हमला कर चुका है जिस कारण हम लोग काफी परेशान हैं जिसकी सूचना ब्लॉक के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। उन्होंने कहा कि आवारा पशु सरायबीरु से लेकर मंडी तक घूम रहे है लेकिन कोई संज्ञान में नही ले रहा है। मेरा प्रशासन से निवेदन है कि जल्द से जल्द छुट्टा पशुओं को पकड़कर गौशाला भेजने की कृपा करे।
सरायबीरू निवासी हेमंत सिंह ने बताया कि स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के बजय से आवारा पशुओं का आतंक इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि फसलों को नुकसान करने के साथ साथ मानव क्षति भी पहुंचा रहे हैं। हमारे बगल के ही मास्टर पर पशु जानलेवा हमला कर दिया किसी तरह से उनकी जान बची सकी पशुओं को लेकर हर तरफ त्राहिमान मचा हुआ है। इसकी सूचना निकट पशुपालन विभाग, ब्लॉक विभाग व उपजिलाधिकारी को इस संबंध से अवगत कराया गया लेकिन आज तक कोई भी कार्यवाही नही की गई।हालत ये हो चुका है कि घर के सामने बधे पशुओं पर भी आवारा पशु हमला कर दे रहे हैं जिस कारण हमारे पशु भी घायल हो रहे हैं, इसलिए प्रशासन से मेरा निवेदन है कि आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला भेजने की कृपा करे।

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