अजय पाण्डेय
जौनपुर। संस्कार भारती काशी प्रांत की साधारण सभा की बैठक सोमवार को नगर के एक होटल में सम्पन्न हुई। बैठक का शुभारंभ ओजस हिरानी अखिल भारतीय प्राचीन कला विधा संयोजक, अवधेश मिश्रा कार्यकारी अध्यक्ष संस्कार भारती उत्तर प्रदेश, डा. देवेंद्र त्रिपाठी क्षेत्र प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश, डा. गणेश प्रसाद अवस्थी काशी प्रांत अध्यक्ष व सुजीत कुमार काशी प्रांत महामंत्री ने मां सरस्वती व भगवान नटराज के चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
डा. ज्योति दास व डा. नरेन्द्र पाठक ने संस्था का ध्येय गीत प्रस्तुत किया। अतिथियों को अंगवस्त्रम, पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। बैठक में काशी प्रांत की कुल 17 इकाइयों ने प्रतिभाग किया। सभी इकाइयों के महामंत्री ने विगत सत्र का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
प्रांत महामंत्री सुजीत कुमार ने अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। श्री नन्द किशोर ने वार्षिक आय व्यय का विवरण प्रस्तुत किया। रमेश जी काशी प्रांत प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि देश की संस्कृति और संस्कार को अक्षुण रखने का सशक्त माध्यम कला है। स्वामी विवेकानन्द ने विदेशी धरती पर कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं हिंदू हूं। डा. देवेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान में हम जिले के विभिन्न विधा के कलाकारों की सूची बनायें।
विभिन्न सरकारी अनुदान की जानकारी उन लोगों तक पहुंचायें। तहसील स्तर पर संयोजक बनाकर कार्यक्रमों की रचना करें। सोशल मीडिया के माध्यम से उत्कृष्ट साहित्य, कला को प्रसारित करें। ओजस हिरानी ने कहा कि आज देश की संस्कृति के विरूद्ध विमर्श खड़ा किया गया है किंतु हमें सजग रहना चाहिये। सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना चाहिए। डा. गणेश प्रसाद अवस्थी ने कहा कि कला जन जन की आवश्यकता है। बैठक का समापन वंदे मातरम् से हुआ। इस अवसर पर अमित गुप्त, रविन्द्र नाथ, राजकमल, विष्णु, बालकृष्ण, मनीष, अरुण, सुप्रतीक आदि उपस्थित रहे।