- मोहरियांव का अटूट प्रेम है जो मुझे रामलीला में आने का अवसर मिला: सैयद हुसैन
तरूण चौबे/अजय पाण्डेय
सुजानगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के मोहरियाँव गांव में चल रहे आदर्श रामलीला धर्म मंडल समिति का शुभारंभ मणिशंकर यादव ने किया और वहीं पर सुरक्षा व्यवस्था मे तैनात पुलिस कर्मियों के निरीक्षण के दौरान उपस्थित थानाध्यक्ष सुजानगंज सैयद हुसैन मुंतजर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए नारी सुरक्षा पर विशेष चर्चा करते हुये कहा कि मोहरियांव के रामलीला और मोहरियाँव के लोगों का ऐसा अटूट प्रेम रहा कि मुझे यहां आने पर विवश होना पड़ा और मैं हमेशा के लिए यह लिखकर जाऊंगा की जीवन भर जब तक रामलीला होगा तब तक यहां पर जितने दिनों तक होगा, उतने दिनों तक सुरक्षा व्यवस्था थाने से प्रदान की जाएगी और सभी रामलीला के कलाकारों का हृदय से धन्यवाद कि आप लोग परंपराओं को बचाये। वहीं पर रामलीला में राम सुग्रीव मिलन, बाली बध, हनुमान जी का लंका जाना, लंका दहन का हुआ मंचन। रामलीला मंचन में समुंद्र के किनारे जामवंत, हनुमान वानरी सेना के साथ खड़े रहते हैं तो जामवंत ने हनुमान के बाल्यकाल की ताकत का एहसास दिलाया तो हनुमान जी जय श्री राम का जयकारा लगाकर समुद्र को पर करके लंका के लिए चल देते हैं।
लकिनी और विभीषण से मुलाकात हुई, फिर अपनी भूख को मिटाने के लिए अशोक वाटिका पहुंचे हनुमान जी ने वहाँ लगे पेड़ पौधे उखाड़ने लगे तो इसकी सूचना रख वालों ने रावण को दी। मेघनाथ ने हनुमान जी को ब्रह्म फाँस में बांधकर दरबार में ले आए रावण के आदेश पर हनुमान जी की पूंछ में आग लगा दी गई। हनुमान जी ने पूंछ में आग लगते ही हनुमान ने सोने की पूरी लंका में आग लगा ।दी लंका धू-धू कर जलने लगी और वह कुछ ही देर में जलकर राख हो गई। यह दृश्य देख प्रभु श्री राम व पवनसुत हनुमान की जय कारों से रामलीला मैदान गूंज उठा। इस अवसर पर विशंभर नाथ दुबे, भास्कर मणि तिवारी, राकेश यादव, चंदन मिश्र, पवन गुप्ता, मयंक मिश्र, सोनू तिवारी, कार्तिकेय विश्वकर्मा, ईश्वर दुबे, सिंटू मिश्रा, बाबा मिश्रा, मोनू विश्वकर्मा, बिल्लू गुप्ता, बड़े चौबे, मोनू तिवारी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।