गौशाला की सच्चाई उजागर करना पत्रकारों को पड़ा भारी
पत्रकार के मामले में तत्परता दिखाते हुये पुलिस ने गम्भीर धाराओं में दर्ज किया मुकदमा
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के पेसारा गांव में स्थित अस्थाई गौशाला का समाचार कवरेज करने मंगलवार की दोपहर पहुंचे पत्रकारों के ऊपर फर्जी मुकदमा हो गया। यह मुकदमा प्रधान ने कराया है। गौशाला में तड़पती गौवंश की भयावह स्थिति और मरती हुई गाय खुले में दिखाना जिम्मेदार लोगों को रास नहीं आ रहा है, इसलिए पत्रकारों की आवाज दबाने के लिए ग्राम प्रधान को आगे कर उन पर फर्जी मुकदमा करा दिया गया। मर रही गाय कराह रहे गौवंश का वीडिओ खबर दुनिया के यू—ट्यूब और फेसबुक चैनल पर उपलब्ध है।
वीडिओ के बारे में सवाल पूछे जाने पर एसडीएम नेहा मिश्रा ने कहा था कि इस वीडियो में ऐसा कुछ नही है जो सुधार कराया जाय। बहरहाल 4 पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा हो गया है। इस बात से सभी पत्रकारों में नाराजगी है। सभी पत्रकार इस मुकदमे की घोर निंदा कर रहे हैं।
बता दें कि मंगलवार को पत्रकारों ने मरती गाय और अस्थाई गौशाला की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया तो उस पर जिम्मेदार लोग उदासीन दिखे जब पत्रकारों ने देखा कि मरती गाय को खुले में फेंक दिया गया है तो अगली सुबह खुद पत्रकार वहां जाकर खुले में सड़ रही मृत गायों पर मिट्टी डालकर कहा कि ये हमारा मूल कर्तव्य है जो संविधान में वर्णित है।
एसपी सिटी से मिलकर पत्रकारों ने की शिकायत, खत्म करने का मिला आश्वासन
पत्रकार के ऊपर हुए फर्जी तरीके से मुकदमे को लेकर पत्रकार का एक समूह शनिवार की दोपहर एसपी सिटी से मिल शिकायत की जिस पर उन्होंने मुकदमा खत्म करने का आश्वासन दिया। एसपी सिटी से मिलने वालों में राजकुमार सिंह, अजीत सिंह, दीपक सिंह, अजय सिंह, आदित्य राजभर समेत अन्य पत्रकार प्रमुख रहे।
पत्रकारों पर मुकदमे को लेकर ग्रापए ने बैठक करके की निन्दा
पत्रकार के ऊपर लगे फर्जी मुकदमे को लेकर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तहसील अध्यक्ष संजय शुक्ल की अध्यक्षता में बैठक की गई जिसमें 4 पत्रकारों पर हुए फर्जी तरीके से हुए मुकदमे की निंदा की गई। साथ ही निर्णय लिया गया कि पत्रकारों पर लगे फर्जी मुकदमे नहीं हटाया गया तो संगठन बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगा। बैठक में दीप नारायण सिंह, रामसरन यादव, प्रीतेश सिंह, पंकज राय, नवीन सिंह, डॉ पप्पू सरोज, पंकज सिंह, विनोद कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।