- छुट्टा पशुओं को थाना व डीएम के बंगले में छोड़ देना चाहिए: प्रवक्ता
विरेन्द्र यादव
सरायख्वाजा, जौनपुर। खेतासराय कस्बा समेत जमदहा व आस—पास के ग्रमीण क्षेत्रों में छुट्टा पशुओं के जमावड़े पर अब समाजवादी पार्टी खुलकर आक्रामक हो गई है। सपा ने ट्वीट कर जिलाधिकारी को आड़े हाथ लिया है। यदि उनको शेल्टर में न भेज पाये तो अपने बंगले में छोड़ देना चाहिए। राजधानी में साढ़ के चलते एक वरिष्ठ पत्रकार की मौत के चलते सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी ट्वीट सरकार पर हमलावर है।
गौरतलब है कि खेतासराय कस्बा और ग्राम पंचायत जमदहा में लबे रोड छुट्टा पशुओं के जमावड़े और उनके आतंक से खौफज़दा राहगीरों की समस्या को मीडिया ने प्रमुख्ता से स्थान दिया जिसमें ब्लॉक के बीडीओ जितेंद्र सिंह ने पशुओं को पक़डने से हाथ खड़े कर लिए। उनका तर्क था अभी डिज़ीज़ चल रही है, जब तक उन्हें वैक्सीनेशन न दिया तब तक उन्हें आश्रय स्थल में नहीं रख सकते। टीकाकरण के कार्य पूर्ण होने में अभी दो सप्ताह लगेंगे। उत्तर प्रदेश में छुट्टा पशुओं को लेकर राजनीति तेज़ हो गई है। सपा ट्वीट कर सरकार को निशाने पर लिया है। इन बेलगाम पशुओं को लेकर सरकार गम्भीर नही है, न ही कोई कोई कार्रवाई कर रही है।
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जामई ने आवारा पशुओं को लेकर जिलाधिकारी जौनपुर पर निशाना साधा है। ट्वीट करके कहा कि छुट्टा पशुओं को उनके बंगले और थाने में पहुँचा देना चाहिए जिससे जनता को राहत मिल सके। चौराहें और गलियों में ये जानवर कब आक्रामक हो जाए कुछ नही कहा जा सकता है। लखनऊ राजधानी और जिले में इस मुद्दे पर राजनीतिक पारा चढ़ गया।