Monday, April 29, 2024
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वृक्ष प्रकृति का आधार है: उर्वशी

जौनपुर। अतुल्य वेल्फेयर ट्रस्ट परिवार के सदस्यों द्वारा पार्थ ग्लोबल स्कूल सहकारी कॉलोनी में वृक्षारोपण का कार्यक्रम संयोजक कनक सिंह की अध्यक्षता में हुआ। आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्कूल के मैनेजर डॉ एसपी सिंह और डायरेक्टर डॉ सरोज सिंह ने कहा कि वृक्ष मनुष्य को प्राण वायु ऑक्सीजन मिलता है जो हमें जीवन देते हैं। वृक्षों को लगाना ही नहीं, अपितु इन्हें लगाना तथा वृक्षों को बचाए रखना समाज के हर व्यक्ति का कर्तव्य है। टीडी के पूर्व प्राचार्य डॉ समर बहादुर सिंह ने कहा कि पर्यावरण में संतुलन बनाने के लिए धरती पर जितना अधिक से अधिक वृक्ष होंगे उतना ही मनुष्य को ऑक्सीजन मिलेगा।
इस मौके पर प्रधानाचार्य डॉ शिप्रा सिंह ने कहा कि प्रकृति समस्त जीवों के जीवन का मूल आधार है। प्रकृति का संरक्षण एवं संवर्धन सभी जीव जगत के लिए बेहद ही अनिवार्य है। ट्रस्ट की अध्यक्ष उर्वशी सिंह ने कहा कि गर्मी, सर्दी, वर्षा आदि सब प्रकृति के सन्तुलन पर निर्भर करते हैं। यदि प्रकृति समृद्ध एवं सन्तुलित होगी तो पर्यावरण भी अच्छा होगा और सभी मौसम भी समयानुकूल सन्तुलित रहेंगे। यदि प्रकृति असन्तुलित होगी तो पर्यावरण भी असन्तुलित होगा और अकाल, बाढ़, भूस्खलन, भूकम्प आदि अनेक प्रकार की प्राकृतिक आपदाएं कहर ढाने लगेंगी।
ज्योति श्रीवास्तव ने कहा कि वेद पुराणों और शास्त्रों में भी पेड़ों के महत्व को समझाने के लिए विशेष जोर दिया गया है। पुराणों में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि एक पेड़ लगाने से उतना ही पुण्य मिलता है, जितना कि दस गुणवान पुत्रों से यश की प्राप्ति होती है।

डॉ पीके सिंह ने कहा कि जिस प्रकार हम अपने बच्चों को पैदा करने के बाद उनकी परवरिश बड़ी तन्मयता से करते हैं, उसी तन्मयता से हमें जीवन में एक पेड़ तो जरूर लगाना चाहिए। मधुलिका अस्थाना ने कहा कि भविष्य पुराण में वर्णन मिलता है कि जिसकी संतान नहीं है, उसके लिए वृक्ष ही संतान है। वृक्ष एक तरह से संतान की तरह ही मानव की उम्रभर सेवा करते हैं, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए।
शिक्षा समिति के अध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि यदि प्रकृति को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाए तो कदापि गलत नहीं होगा। पेड़ों पर प्रकृति निर्भर करती है। डॉ राम मोहन अस्थाना ने कहा कि एक पेड़ लगाने से असंख्य जीव-जन्तुओं के जीवन का उद्धार होता है और उसका अपार पुण्य सहजता से हासिल होता है।
वरिष्ठ पत्रकार दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि बिना वृक्षों के पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है। ऐसे में आए दिन हरे पेड़ों की कटाई जोरों से हो रही है। सर्वप्रथम हमें उन्हें रोकना है और आसपास में ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाना होगा जिससे आने वाले समय में लोगों को ऑक्सीजन की कमी न हो। कार्यक्रम में ज्ञानचंद गुप्ता, विद्याधर राय विद्यार्थी, स्मित सिंह, मास्टर देवांश श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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