Monday, April 29, 2024
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लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पित रहे उमानाथ सिंह: कलराज

  • विराट था उमानाथ सिंह का व्यक्तित्व: गिरीश
  • मुख्यमंत्री के मन में उमानाथ के प्रति अटूट श्रद्धा: दिनेश प्रताप


अजय पाण्डेय/शुभांशू जायसवाल
जौनपुर। स्व. उमानाथ सिंह नैतिक मूल्य, चारित्रिक दृढ़ता एंव संघर्षशीलता के प्रतीक थे। वे लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति पूर्णतः समर्पित रहे। उक्त उद्गार राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने उमानाथ सिंह स्मृति सेवा संस्थान के तत्वावधान में तिलकधारी महाविद्यालय के बलरामपुर सभागार में पूर्व मंत्री स्व. उमानाथ सिंह की 29वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि जब सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा समाचार पत्रों पर हल्ला बोल किया जा रहा था, जबर्दस्ती दुकानों को बंद कराया और लूटा जा रहा था। जनता के मूल अधिकारों का दमन किया जा रहा था तब उमानाथ सिंह घर से बाहर निकले। कोतवाली में पहुंचे वहां कोतवाल से झड़प हुई वहीं हृदयाघात हो गया और वे कर्तव्य की बलिबेदी पर शहीद हो गये। श्री मिश्र ने कहा कि उमानाथ सिंह गोरखपुर आते जाते थे। वहीं संगठन कार्य के दौरान उनसे भेंट होती थी। उमानाथ सिंह से इतनी घनिष्ठता हो गयी कि जब भी वे जौनपुर आते तो उमानाथ सिंह के घर पर रूकते। उन्होंने कहा कि लोग मूल अधिकारों की बात तो करते हैं परंतु संविधान में वर्णित मूल कर्तव्यों की प्रायः उपेक्षा करते हैं।

मूल कर्तव्यों के अर्न्तगत नारी सम्मान, राष्ट्र सेवा, अहिंसा, पर्यावरण संरक्षण, मर्यादापूर्ण आचरण जैसे जिन बिंदुओं पर चर्चा की गयी है वे सभी गुण स्व. उमानाथ सिंह के व्यक्तित्व में विद्यमान थे। विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि उमानाथ सिंह का व्यक्तित्व विराट था। विपरीत परिस्थितियों में निर्णय लेने की उनमें अद्भुद क्षमता थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी कोने में जाने पर वहां के लोग स्व. उमानाथ सिंह की चर्चा अवश्य करते थे। इससे उनके व्यक्तित्व का आंकलन किया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मन में स्व. उमानाथ सिंह के प्रति अटूट श्रद्धा रही होगी कि उन्होंने जौनपुर के मेडिकल कालेज का नामकरण ही उनके नाम पर कर दिया। समारोह की अध्यक्षता कर रहीं राज्यसभा सदस्य सीमा द्विवेदी ने कहा कि उमानाथ सिंह के निधन से जो स्थान रिक्त हुआ वह आज भी पूरा नहीं हो सका।

उन्होंने कहा कि स्व. सिंह के सानिध्य में कार्य नहीं कर पाने का दुख उन्हें आजीवन रहेगा। आंगन्तुकों का अभिवादन प्रतापगढ़ के पूर्व विधायक हरिप्रताप सिंह व संचालन पूर्व प्राचार्य डा. समर बहादुर सिंह ने किया। आभार ज्ञापन उमानाथ सिंह स्मृति सेवा संस्थान के सचिव एवं तिलकधारी महाविद्यालय के प्रबंधक राघवेन्द्र सिंह ने किया। इस मौके पर पूर्व प्रमुख सुरेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक सुषमा पटेल, विधायक रमेश सिंह, डा. धर्मराज सिंह, संत प्रसाद राय, वीरेन्द्र सिंह एडवोकेट, राजबहादुर सिंह, दुष्यंत सिंह, काली प्रसाद सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह, सरदार सिंह, सुशील कुमार उपाध्याय, हरिश्चन्द्र सिंह, सभाजीत द्विवेदी प्रखर, डा. सूर्यप्रकाश सिंह मुन्ना, डा. राजीव प्रकाश सिंह, पूर्व प्राचार्य डा. उदयपाल सिंह, डा. राधेश्याम सिंह, प्रो. वशिष्ठ अनूप, इं. देवेन्द्र प्रताप सिंह, ओमप्रकाश सिंह, प्राचार्य प्रो. (डा.) आलोक सिंह, डॉ. हरिओम त्रिपाठी, डॉ. विजय सिंह, डॉ. अरुण चतुर्वेदी, डॉ. विपिन कुमार सिंह, सुधाकर उपाध्याय, बेहोश जौनपुरी आदि उपस्थित रहे।

  • मरीजों को बांटे गये फल

जौनपुर। उमानाथ सिंह स्मृति सेवा संस्थान द्वारा अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय में रोगियों को फल एवं बिस्कुट बांटे गये। जिला चिकित्सालय में स्व. उमानाथ सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।

  • पूर्व प्रबंधक का किया स्मरण

जौनपुर। उमानाथ सिंह के श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने तिलकधारी महाविद्यालय के पूर्व प्रबंधक स्व. अशोक कुमार सिंह का बार-बार स्मरण किया। उन्होंने बताया कि एक बार अशोक सिंह ने उनसे इस समारोह में उन्हें आमंत्रित किया था परंतु किसी कारणवश वे समारोह में भाग नहीं ले पाये थे।

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