न्याय दिलाने के बजाय पुलिस ने पीड़ित परिवार को थाने में बैठाया
विवादित जमीन न्यायलय में है विचाराधीन, बावजूद किया जा रहा कब्जा
अमित गुप्ता
चन्दवक, जौनपुर। स्थानीय पुलिस का विवादित जमीन पर राजस्व विभाग के आदेश की अवहेलना कर एक पक्ष को थाने में बैठाकर दूसरे पक्ष द्वारा उच्चाधिकारियों को गुमराह कर प्रशाशन द्वारा कब्जा कराने का आरोप पीड़ित ने लगाया।
पीड़ित लाल बहादुर पुत्र हरिनंदन चंदवक ग्राम निवासी ने बताया कि हमारे पट्टीदार के द्वारा जबरन विवादित जमीन पर कब्जा किया जा रहा है जबकि विवादित जमीन का मामला न्यायलय में विचाराधीन है बाबजूद इसके भी कल से पट्टीदारों के द्वारा लगातार कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उपजिलाधिकारी से गुरुवार को मिल पत्रक सौप मामले से अवगत कराया। मामले को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी ने चंदवक थानाध्यक्ष को लिखित आदेशित करते हुए लिखा कि मौके पर शांति व्यवस्था बनाने हेतु एवं भूमि की नवैय्यत न बदलने हेतु मुकदमा विचाराधीन है।
उपजिलाधिकारी के आदेश के बाबजूद भी चंदवक पुलिस द्वारा विपक्षी द्वारा विवादित जमीन पर कब्जा कराया जा रहा है। कब्जा होने की सूचना जब पीड़ित द्वरा 112 पर दी गई पुलिस आकर कागज देख ही रही थी कि तभी चंदवक थानाध्यक्ष के निर्देश पर हल्का दरोगा व महिला सिपाही के साथ मौके पर पहुंच 4 महिला समेत एक पुरुष को जबरन गाड़ी में बैठाकर थाने लाया गया। मौका देख विपक्षी ने दोबारा काम शुरू करवा दिया।
तत्पश्चात पीड़ित द्वारा तहसील केराकत आकर दोबारा उपजिलाधिकारी से मिल जबरन हो रहे कब्जे से अवगत कराया जिस पर उपजिलाधिकारी ने एसएचओ चंदवक विजय शंकर से मामले की जानकारी ली तो बताया गया कि दोनों पक्षों को थाने में बैठाया गया है और काम नही चल रहा है। इसके बाद घर पर फोन कर पता किया गया तो थाने में दूसरे पक्ष से एक भी लोगों को नहीं बैठाया गया था। केवल पीड़ित के परिवार के लोगों को ही बैठाया गया और मौके पर काम चल रहा था। तत्पश्चात क्षेत्राधिकारी से मिलकर काम रुकवाने की गुहार लगाई। खबर लिखे जाने तक थाने में बैठाए गए लोगों को लगभग चार बजे घर भेज दिया गया।