Sunday, April 28, 2024
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पत्नी—पति ने मिलकर की प्रेमी की हत्या

साक्ष्य के साथ पुलिस ने दोनों को किया गिरफ्तार
जफराबाद, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के मिसिरपुर गांव के पास प्रयागराज रेल प्रखंड के किनारे गुरुवार को गला रेतकर युवक की हत्या की गई थी। मामले में पुलिस छानबीन में लगी हुई थी। शुक्रवार को भोर में शंकरगंज से पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। उक्त युवक की हत्या पति-पत्नी पैसे के लिए किया था। पति—पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर साक्ष्य के साथ जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष राजाराम द्विवेदी ने बताया कि उक्त गांव निवासी कल्पना की शादी उर्दू बाजार में हुई थी। कुछ वर्ष पूर्व उसके पति की मौत हो गई। अपने देवर अजय कुमार से उसने शादी रचाई। पति अजय बैंड—पार्टी में बाजा बजाने का कार्य करता है। कल्पना अक्सर अपने मायके में ही रहती थी जो एक निजी अस्पताल में कार्य करती थी। मृतक संदीप जलालपुर से जौनपुर ऑटो चलाने का कार्य करता था। कल्पना अक्सर उसके टैम्पो में बैठकर जौनपुर से घर के लिए आती थी। कल्पना का संदीप के साथ प्रेम— प्रपंच चलने लगा। संदीप के मायके आने—जाने लगा। इस बात की जानकारी पति अजय कुमार को हुई तो वह और कल्पना मिलकर संदीप का शोषण करने लगे। उसकी कमाई का सारा पैसा अपने ऊपर खर्च कराने लगे। पैसे के लेन—देन को लेकर संदीप व अजय—कल्पना के बीच कुछ कहासुनी होने लगी। संदीप अपने पति को छोड़कर प्रेमिका कल्पना को अपने साथ जीवनसाथी के रूप में रहने के लिए जिद करने लगा। यह बात दोनों को नागवार लगने लगी। दोनों ने संदीप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। हत्या वाले दिन संदीप को दोनों ने बुलाया और घर पर शिकार एवं शराब मंगाकर अजय एवं कल्पना ने संदीप को खूब पिलाया। गहरी नींद में सो जाने के बाद पशु काटने वाले चाकू से अजय ने संदीप के गर्दन रेत दिया जिससे उसकी मौत हो गयी।
——इनसेट——
हत्या के बाद किस तरह से साक्ष्य मिटाने का कार्य करने का प्रयास किये थे आरोपी
रात को लगभग 1 बजे घटना को अंजाम देने के बाद घर के अंदर गला काटने पर चारों तरफ खून थे। गला काटने पर तेज धारा से खून के छींटे अजय व कल्पना के कपड़े पर भी गिरे। उक्त दोनों ने संदीप को अपने घर से नजदीक 100 मीटर दूर घसीटते हुए रेलवे ट्रैक पर लाकर सुला दिया। उसके बाद अपने कपड़े पर लगे खून को मिटाने के लिए पास में ही एक तालाब में ले जाकर कपड़े को छिपा दिये। कपड़ा बदलकर अपने घर में खून की सफाई करके बचने का प्रयास किये लेकिन 1 बजे के बाद प्रयागराज रेल प्रखंड पर कोई ट्रेन गुजरी ही नहीं जिसकी वजह से यह अपने मंसूबे में फेल हो गये। यदि ट्रेन आ गयी होती तो संदीप ट्रेन से कटकर अलग हो गया होता और मामला आत्महत्या का हो जाता।

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