Monday, April 29, 2024
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प्रशासन की लापरवाही से महिला की गयी जान

  • अब्बोपुर में साड़ के हमले से वृद्धा की हुई मौत

राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। आवारा पशुओं का आतंक लबे रोड के अलावा अब ग्रामीण अंचल के घरों तक दस्तक दे रही है। छुट्टा पशुओं को शेल्टर होम तक भेजने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। अब्बोपुर में साड़ के हमले से जिंदगी और मौत से जूझ रही वृद्धा की मंगलवार को मौत हो गई। बेलगाम आवारा पशुओं के आतंक से लोग खुफज़दा है और खासे आक्रोशित है।
विकास खण्ड शाहगंज अंतर्गत अब्बोपुर में डेढ़ सप्ताह पहले 80 वर्षीय राजवंती नामक महिला दरवाज़े के बाहर खड़ी थी तभी अचानक सांड़ ने हमला बोल दिया। स्वजनों ने अस्पताल पहुंचाया लेकिन स्थिति में सुधार न होने की वजह से चिकत्सकों ने जवाब दे दिया। क़रीब एक सप्ताह बाद वृद्धा मौत हो गई। घटना की जानकारी आसपास के ग्रामीण अंचल में हुई लोग आक्रोशित हो उठे। लोग इसे प्रशासन की लापरवाही मानते हुए कोसते नज़र आये। लोगों ने इस प्रतिनिधि को बताया कि यदि जिम्मेदार इन छुट्टा पशुओं पर कार्यवाही करते तो महिला की जान न जाती।
बताते चलें कि इस विकास खण्ड के जमदहा, अब्बोपुर और शाहापुर में इनकी जमात बेलौस सड़कों पर देखे जा सकते हैं। स्थानीय प्रशासन ने एक से दो बार कुछ आवारा पशुओं को आश्रय स्थल भेजकर इतिश्री ले ली। अब इनका आतंक इस कदर है कि गांवों के दरवाज़े तक आवारा पशु अपना कब्ज़ा जमा लिए है। सड़कों पर चलने वाहन टकराकर घायल हो रहे हैं। वहीं ग्रामों के छोटे बच्चे और बुजुर्ग महिलाए इनकने अचानक हमले को लेकर दहशत में है।
इस सम्बंध में बीडीओ जितेंद्र सिंह ने बताया कि छुट्टा पशुओं के लिए ग्रामीण खुद जिम्मेदार है। जानवरों को छोड़ने वाले व्यक्तियों चिन्हित कर कार्यवाही कराएंगे। जहाँ तक शेल्टर होम की बात चारों शेल्टर होम में क्षमता से अधिक पशु है, जगह नहीं है।

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