Monday, April 29, 2024
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भारतीय संस्कृति की रक्षा नारियां करती हैं: जितेन्द्र आनन्द सरस्वती महाराज

  • यमदग्निपुरम घाट छोटी काशी पर श्री सुन्दर काण्ड पाठ आयोजित

जौनपुर। भारतीय सभ्यता व संस्कृति एवं दर्शन के आधार पर ही संपूर्ण विश्व में शांति एवं सुरक्षा स्थिर रह सकती है।” उपरोक्त बातें अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री एवं गंगा सभा के महामंत्री परम पूज्य स्वामी जीतेंद्र आनंद सरस्वती जी महाराज ने यमदग्निपुरम घाट छोटी काशी पर आयोजित श्री सुंदर कांड पाठ गायन के विश्राम समारोह में उपस्थित श्रद्धालु जनों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय संस्कृति की रक्षा नारियां करती हैं। भारतीय संस्कृत में नारी सदैव पूज्या रही है। लव जिहाद विषय पर बोलते हुए स्वामी जी ने कहा कि हमें अपने कन्याओं को सावधान करने की आवश्यकता है और संस्कार प्रदान करने की आवश्यकता है। जेहादी एवं इस्लामिक षड़यंत्र से सावधान रहने की आवश्यकता है।
यमदग्निपुरम् विद्वत समिति द्वारा आयोजित श्री सुंदर कांड पाठ गायन समारोह में प्रथम स्थान राघवेंद्र सेवा मंच मडियाहू की समिति ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान जय श्री राधे सुंदर कांड समिति कन्हईपुर ने प्राप्त किया। तृतीय स्थान श्री रामचरित मानस मंडल पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने प्राप्त किया।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज ने सुंदर कांड की सभी समितियों को स्मृति चिन्ह एवं पुरस्कार प्रदान किया एवं आशीर्वाद दिया।आयोजन के विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तर प्रदेश सरकार गिरीश चंद्र यादव जी ने ऐसे धार्मिक आयोजन की निरंतरता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ आलोक सिंह ने उपस्थित श्रोताओं को श्री सुंदर कांड की महिमा का महत्व बताते हुए जीवन में उतारने पर बल दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए सिंगरामऊ राज परिवार की महारानी डा. अंजू सिंह ने कहा कि सुंदरकांड हमें मनुष्य जीवन के सभी आयाम का दर्शन कराती है। जीवन के सभी व्यवहारिक पहलू को सिखाती है। समय प्रबंधन सिखाती है एवं संकट आने पर संकट से निपटने की कला भी सिखाती है। अध्यक्षीय उद्बोधन में बोलते हुए लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रो. आरएन त्रिपाठी जी ने सुंदरकांड का मानव जीवन में क्या महत्व है इस पर विस्तार से बताया।
इसके पहले सुंदर कांड समिति के मूल्यांकन मंडल का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। आयोजन का संचालन उपाध्यक्ष डॉ ब्रह्मेश शुक्ल एवं कथा वाचक डॉ रजनीकांत द्विवेदी ने संयुक्त रूप से किया। बद्रीनाथ केदारनाथ लोगों के डिजाइनर कलाविद रविकांत का अभिनंदन किया गया। श्री सुंदर कांड पाठ गायन समारोह में जनपद की नौ सुंदरकांड समितियों ने प्रतिभाग किया था।
समारोह को सफल बनाने में यमदग्निपुरम् विद्वत समिति के प्रबंधक सचिव मनोज तिवारी, कोषाध्यक्ष संतोष त्रिपाठी, सदस्य डा. सरला त्रिपाठी, दीपिका तिवारी, डॉ अनीता त्रिपाठी, अंजनी मिश्र, डा. कीर्ति सिंह, शनी शर्मा भट्ट, जटाशंकर त्रिपाठी, शिवेश त्रिपाठी, बृजेश पांडेय आदि का योगदान सराहनीय रहा।

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