- खाता न बही, खनन ठेकेदार जो करें वही सही
- बिना रजिस्टर्ड एग्रीमेंट के धड़ल्ले से चल रहा खनन
पंकज मिश्रा
रायबरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। जिले की लालगंज, डलमऊ, ऊंचाहार तहसील क्षेत्र से होकर गुजर रहे गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण से पहले लोगों को खुशी थी कि हमारे क्षेत्र से गंगा एक्सप्रेस वे गुजर रहा है। मगर जैसे ही इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई, वैसे ही आस पास के ग्रामीणों के लिए मुसीबतों का दौर शुरू हो गया है, गांवों की सड़कें धूल के गुबार में बदल गयी हैं।
डलमऊ तहसील क्षेत्र के थुलरई गांव में भी एक्सप्रेस वे का निर्माण जोरो पर चल रहा है। ग्रामीणों संतोष शुक्ला, सुरेश कुमार, राजबहादुर आदि ने बताया कि धूल से लोगों का जीना दूभर हो गया है। सुबह शाम लोगों को घरों में धूल के कारण खाना पकाने में भी दिक्कत होती है।
वहीं स्कूल आने जाने वाले हजारों छात्रों को प्रतिदिन धूल से गुजरना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एक्सप्रेस में मिट्टी खनन में भी बड़ी धांधली चल रही है। रातों—रात खनन करके बिना किसी प्रक्रिया के कई बीघे खनन हो जा रहा है। यहां तक कि सिर्फ मौखिक पैमाइश के सहारे ही लोगों की जमीनों का खनन धड़ल्ले से चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक बिना किसी रजिस्टर्ड एग्रीमेंट के हजारों डम्फर खनन करके लाखों की राजस्व की चोरी की जा रही है।
क्षेत्र के डलमऊ तहसील क्षेत्र के थुलरई, विनोवापुरी, घूरी, पूरे तिवारी आदि ग्रामों में खनन मनमाने तरीके से हो रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्थानीय तौर पर कार्य करवा रहे रोड के तथाकथित ठेकेदार ग्रामीणों से अभद्रता भी करते हैं। बड़े पैमाने पर हो रही अनियमितता पर ग्रामीणों ने कहा कि यदि कार्यवाही न हुई तो उच्चाधिकारियों व शासन से शिकायत की जाएगी।