शरीर व मन के बीच सद्भाव बढ़ाता है योगः कुलपति
योग का हमारे जीवन पर महत्व विषयक एक दिवसीय वेबिनार का हुआ आयोजन
अजय विश्वकर्मा/विरेन्द्र यादव
सिद्दीकपुर, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मनाए जा रहे योग सप्ताह के क्रम में रविवार को योग का हमारे जीवन पर महत्व विषयक एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन हुआ। वेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ. ध्रुवराज योगी योगाचार्य जिला यज्ञ प्रभारी पतंजलि योग समिति जौनपुर ने योग और योग का मानव जीवन पर महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि योग न केवल हमारे शरीर की मांसपेशियों को अच्छा व्यायाम देता है, बल्कि यह हमारे दिमाग को शांत रखने में भी मदद करता है। चिकित्सा अनुसंधान से पता चला है कि योग शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि योग भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के सबसे बड़े प्रतीकों में से एक रहा है। यह एक प्राचीन अभ्यास है जिसका सृजन भारत में हुआ। योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक तीनों ही विषयों को शामिल करता है। यह शरीर और मन के बीच सद्भाव को बढ़ावा देता है और व्यक्तियों को अच्छी तरह से एक सम्पूर्ण आधुनिक जीवन प्राप्त करने में मदद करता है। मन की चंचलताओं या क्रियाओं पर स्वामित्व स्थापन, नियंत्रण या उनको हटाना ही योग है। योग उस भावना को व्यक्त करता है, जो सबको जोड़ने वाली और साथ लेकर चलने वाली है।
अमृत योग सप्ताह के समन्वयक प्रो अजय द्विवेदी ने योग की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव डॉ दिव्येंदु मिश्र ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज पांडेय ने किया। कार्यक्रम में प्रो वीडी शर्मा, डॉ मनोज मिश्र, डॉ सुनील कुमार, डॉ विवेक पांडेय, एनएसएस समन्वयक डॉ राज बहादुर यादव सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।